देवता : प्रजापतिः ऋषि : NA छन्द : याजुष्युष्णिक् स्वर : कुन्ताप सूक्त बद्ध वो अघा इति ॥ Atharvaveda/20/129/16
देवता : प्रजापतिः ऋषि : NA छन्द : याजुष्युष्णिक् स्वर : कुन्ताप सूक्त अजागार केविका ॥ Atharvaveda/20/129/17
देवता : प्रजापतिः ऋषि : NA छन्द : याजुष्युष्णिक् स्वर : कुन्ताप सूक्त देव त्वप्रतिसूर्य ॥ Atharvaveda/20/130/10
देवता : प्रजापतिर्वरुणो वा ऋषि : NA छन्द : याजुष्युष्णिक् स्वर : कुन्ताप सूक्त दौव हस्तिनो दृती ॥ Atharvaveda/20/131/20