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PANDIT KSHEMKARANDAS TRIVEDI
यजमान के कर्तव्य का उपदेश।
Word-Meaning: - (अपूपवान्) अपूपों [शुद्ध पके हुए भोजनों मालपूए पूड़ी आदि]वाला, (अपवान्) शुद्ध जलवाला (चरुः)चरु... [मन्त्र १६] ॥२४॥
Connotation: - मन्त्र १६ के समान है॥२४॥
Footnote: २४−(अपवान्) आप्लृ व्याप्तौ-घञ्। आपः कर्माख्यायां ह्रस्वो नुट् च वा। उ०४।२०८। इति निर्देशेन ह्रस्वः। अपस्वान्। शुद्धजलयुक्तः। अन्यत् पूर्ववत्-म० १६॥