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PANDIT KSHEMKARANDAS TRIVEDI
विद्वानों के कर्तव्य का उपदेश।
Word-Meaning: - (ब्रह्म) ब्रह्म [परमेश्वर] की ओर (अभ्यावर्ते) मैं घूमता हूँ। (तत्) वह [ब्रह्म] (मे) मुझे (द्रविणम्) बल और (तत्) वह (मे) मुझे (ब्राह्मणवर्चसम्) ब्राह्मण [ब्रह्मज्ञानी] का प्रताप (यच्छतु) देवे ॥४०॥
Connotation: - मनुष्य ब्रह्मज्ञान से ब्राह्मणसमान बलवान् और प्रतापी होवें ॥४०॥
Footnote: ४०−(ब्रह्म) प्रवृद्धं परमेश्वरम्। अन्यत् पूर्ववत् ॥