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पव॑मान॒ महि॒ श्रव॑श्चि॒त्रेभि॑र्यासि र॒श्मिभि॑: । शर्ध॒न्तमां॑सि जिघ्नसे॒ विश्वा॑नि दा॒शुषो॑ गृ॒हे ॥

English Transliteration

pavamāna mahi śravaś citrebhir yāsi raśmibhiḥ | śardhan tamāṁsi jighnase viśvāni dāśuṣo gṛhe ||

Pad Path

पव॑मान । महि॑ । श्रवः॑ । चि॒त्रेभिः॑ । या॒सि॒ । र॒श्मिऽभिः॑ । शर्ध॑न् । तमां॑सि । जि॒घ्न॒से॒ । विश्वा॑नि । दा॒शुषः॑ । गृ॒हे ॥ ९.१००.८

Rigveda » Mandal:9» Sukta:100» Mantra:8 | Ashtak:7» Adhyay:4» Varga:28» Mantra:3 | Mandal:9» Anuvak:6» Mantra:8


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ARYAMUNI

Word-Meaning: - (पवमान) हे सबको पवित्र करनेवाले परमात्मन् ! आप (महि श्रवः) सर्वोपरि यशवाले हैं, (चित्रेभिः) आप नाना प्रकार की (रश्मिभिः) शक्तियों के द्वारा (यासि) सर्वत्र प्राप्त हैं और तुम (शर्धन्) अपनी ज्ञानरूपी गति से (विश्वानि तमांसि) सब अज्ञानों को (जिघ्नसे) हनन करते हो और (दाशुषो गृहे) उपासक के अन्तःकरण में स्थिर होकर आप उसे ज्ञान से प्रकाशित करते हैं ॥८॥
Connotation: - परमात्मा के ज्ञानरूप प्रकाश से सब अज्ञानों का नाश होता है ॥८॥
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ARYAMUNI

Word-Meaning: - (पवमान) हे सर्वस्य पावयितः ! भवान् (महि श्रवः) महायशस्कः (चित्रेभिः) अनेकधा (रश्मिभिः) स्वशक्तिभिः (यासि) व्याप्नोति च (शर्धन्) स्वज्ञानमाश्रयन् (दाशुषः गृहे) भक्तान्तःकरणे (विश्वानि, तमांसि) सर्वाण्यज्ञानानि (जिघ्नसे) नाशयति ॥८॥