पव॑ते हर्य॒तो हरि॑र्गृणा॒नो ज॒मद॑ग्निना । हि॒न्वा॒नो गोरधि॑ त्व॒चि ॥
English Transliteration
pavate haryato harir gṛṇāno jamadagninā | hinvāno gor adhi tvaci ||
Pad Path
पव॑ते । ह॒र्य॒तः । हरिः॑ । गृ॒णा॒नः । ज॒मत्ऽअ॑ग्निना । हि॒न्वा॒नः । गोः । अधि॑ । त्व॒चि ॥ ९.६५.२५
Rigveda » Mandal:9» Sukta:65» Mantra:25
| Ashtak:7» Adhyay:2» Varga:5» Mantra:5
| Mandal:9» Anuvak:3» Mantra:25
Reads times
ARYAMUNI
Word-Meaning: - (हरिः) परमात्मा (हर्यतः) विद्वानों को चाहनेवाला (जमदग्निना) अन्तःचक्षु से (गृणानः) ग्रहण किया हुआ जो (अधि त्वचि) शरीर में (गोः) इन्द्रियों की (हिन्वानः) रचना करनेवाला है, वह (पवते) ज्ञान द्वारा हमको पवित्र करता है ॥२५॥
Connotation: - इससे परमात्मा से इस बात की प्रार्थना की है कि आप सर्वोपरि विद्वान् उत्पन्न करके हमारा कल्याण करें ॥२५॥
Reads times
ARYAMUNI
Word-Meaning: - (हरिः) परमेश्वरः (हर्यतः) विदुषामभिलाषुकः (जमदग्निना) अन्तश्चक्षुषा (गृणानः) गृहीतः यः (अधि त्वचि) शरीरे (गोः) इन्द्रियाणां (हिन्वानः) निर्मातास्ति स जगदीश्वरः (पवते) ज्ञानद्वारास्मान् पवित्रयति ॥२५॥