ए॒ते धामा॒न्यार्या॑ शु॒क्रा ऋ॒तस्य॒ धार॑या । वाजं॒ गोम॑न्तमक्षरन् ॥
                             English Transliteration
              
                              Mantra Audio
                ete dhāmāny āryā śukrā ṛtasya dhārayā | vājaṁ gomantam akṣaran ||
               Pad Path 
              
                            ए॒ते । धामा॑नि । आर्या॑ । शु॒क्राः । ऋ॒तस्य॑ । धार॑या । वाज॑म् । गोऽम॑न्तम् । अ॒क्ष॒र॒न् ॥ ९.६३.१४
                Rigveda » Mandal:9» Sukta:63» Mantra:14 
                | Ashtak:7» Adhyay:1» Varga:32» Mantra:4 
                | Mandal:9» Anuvak:3» Mantra:14
              
            
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                          ARYAMUNI
                   Word-Meaning: -  (एते शुक्राः) पूर्वोक्त शीलस्वभाव परमेश्वर, जो (ऋतस्य धारया) सच्चाई की धाराओं से (वाजम्) बल को और (गोमन्तं) ऐश्वर्य को (अक्षरन्) बरसाते हैं, वे (आर्या) आर्य पुरुषों के (धामानि) स्थान समझने चाहिये ॥१४॥              
              
                            
                  Connotation: -  परमात्मा उपदेश करता है कि श्रेष्ठ पुरुषों की स्थिति का हेतु एकमात्र शुभस्वभाव वा शील ही समझना चाहिये। अर्थात् शुभशील से उनकी दृढ़ता और उनका आर्यत्व बना रहता है, इसलिये शील को सम्पादन करना आर्यों का परम कर्तव्य है ॥१४॥              
              
              
                            
              
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                          ARYAMUNI
                   Word-Meaning: -  (एते शुक्राः) प्रागुक्तशीलस्वभावः परमेश्वरः यः (ऋतस्य धारया) सत्यधाराभिः (वाजम्) बलं तथा (गोमन्तम्) ऐश्वर्यं (अक्षरन्) वर्षयते स ईश्वरः (आर्या) आर्यपुरुषाणां (धामानि) स्थानरूपोऽवगन्तव्यः ॥१४॥              
              
              
              
                            
              
            
        