स॒हस्रो॑तिः श॒ताम॑घो वि॒मानो॒ रज॑सः क॒विः । इन्द्रा॑य पवते॒ मद॑: ॥
English Transliteration
sahasrotiḥ śatāmagho vimāno rajasaḥ kaviḥ | indrāya pavate madaḥ ||
Pad Path
स॒हस्र॑ऽऊतिः । श॒तऽम॑घः । वि॒ऽमानः॑ । रज॑सः । क॒विः । इन्द्रा॑य । प॒व॒ते॒ । मदः॑ ॥ ९.६२.१४
Rigveda » Mandal:9» Sukta:62» Mantra:14
| Ashtak:7» Adhyay:1» Varga:26» Mantra:4
| Mandal:9» Anuvak:3» Mantra:14
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ARYAMUNI
Word-Meaning: - (इन्द्राय) वह सेनापति इन्द्र अर्थात् सर्वोपरि ऐश्वर्यसम्पन्न होने के लिये (सहस्रोतिः) सहस्रों प्रकार की रक्षणशक्ति को धारण करता है और (शतामघः) सैकड़ों प्रकार के धनों का संचय करता है (विमानः रजसः) और प्रजारक्षणार्थ रजोगुणप्रधान होता है (कविः) सब शास्त्रों का प्राज्ञ तथा (इन्द्राय मदः) विज्ञानियों का सत्कर्ता और तृप्तिकर्ता तथा (पवते) उनकी विशेषरूप से रक्षा करता है ॥१४॥
Connotation: - जो विद्वानों का रक्षक तथा सत्कार करनेवाला और विद्या के प्रचार में प्रेमी होता है, वही सेनापति प्रशंसित कहा जाता है ॥१४॥
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ARYAMUNI
Word-Meaning: - (इन्द्राय) स सेनापतिः महदैश्वर्यप्राप्तये (सहस्रोतिः) सहस्रशः शक्तीर्दधाति। तथा (शतामघः) अनेकप्रकारेण धनं सञ्चिनुते। तथा (विमानः रजसः) प्रजारक्षणाय रजोगुणप्रधानो भवति। अथ च (कविः) सर्वशास्त्रमर्मवित् तथा (इन्द्राय मदः) विज्ञानिनां सत्कारकर्ता तृप्तिकर्ता च (पवते) विशेषं गोपायति ॥१४॥