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अ॒या नि॑ज॒घ्निरोज॑सा रथसं॒गे धने॑ हि॒ते । स्तवा॒ अबि॑भ्युषा हृ॒दा ॥

English Transliteration

ayā nijaghnir ojasā rathasaṁge dhane hite | stavā abibhyuṣā hṛdā ||

Pad Path

अ॒या । नि॒ऽज॒घ्निः । ओज॑सा । र॒थ॒ऽस॒ङ्गे । धने॑ । हि॒ते । स्तवै॑ । अबि॑भ्युषा । हृ॒दा ॥ ९.५३.२

Rigveda » Mandal:9» Sukta:53» Mantra:2 | Ashtak:7» Adhyay:1» Varga:10» Mantra:2 | Mandal:9» Anuvak:2» Mantra:2


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ARYAMUNI

Word-Meaning: - हे परमात्मन् ! आप (अया ओजसा निजघ्निः) अपने इस शत्रुनाशनशील पराक्रम से शत्रु की शक्तियों को शमन करनेवाले हैं। इस से (रथसङ्गे धने हिते) शरीररूप रथ के हितकारक धनादि ऐश्वर्यनिमित्त (अबिभ्युषा हृदा स्तवै) अन्तःकरणों से आपकी स्तुति करते हैं ॥२॥
Connotation: - जो पुरुष शुभ कार्य करते हुए परमात्मा के उपासनासमय निर्भयता से उसकी समक्षता लाभ करते हैं, वे सदैव तेजस्वी और ब्रह्मवर्चस्वी आदि दिव्यभावों को उपलब्ध करते हैं ॥२॥
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ARYAMUNI

Word-Meaning: - हे परमात्मन् ! भवान् (अया ओजसा निजघ्निः) अनेन स्वशत्रुदलनशीलमहाबलेन स्वशत्रुशक्तिशमकोऽस्ति | एतेन (रथसङ्गे धने हिते) शरीररूपरथस्य हितकारकधनाद्यैश्वर्यनिमित्तं (अबिभ्युषा हृदा स्तवै) निवृत्तभयान्तःकरणेन भवन्तं स्तुमः ॥२॥