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र॒क्षो॒हा वि॒श्वच॑र्षणिर॒भि योनि॒मयो॑हतम् । द्रुणा॑ स॒धस्थ॒मास॑दत् ॥

English Transliteration

rakṣohā viśvacarṣaṇir abhi yonim ayohatam | druṇā sadhastham āsadat ||

Pad Path

र॒क्षः॒ऽहा । वि॒श्वऽच॑र्षणिः । अ॒भि । योनि॑म् । अयः॑ऽहतम् । द्रुणा॑ । स॒धऽस्थ॑म् । आ । अ॒स॒द॒त् ॥ ९.१.२

Rigveda » Mandal:9» Sukta:1» Mantra:2 | Ashtak:6» Adhyay:7» Varga:16» Mantra:2 | Mandal:9» Anuvak:1» Mantra:2


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ARYAMUNI

Word-Meaning: - हे परमात्मन् ! आप (रक्षोहा) राक्षसों के हनन करनेवाले हो, (विश्वचर्षणिः) सम्पूर्ण विश्व के द्रष्टा हो (अभियोनिम्) सबके उत्पत्तिस्थान हो (अयोऽहतम्) किसी शस्त्र-अस्त्र से छेदन नहीं किये जाते (द्रुणा) गतिशील और (सधस्थम्) मध्यस्थरूप से सर्वत्र (आसदत्) स्थिर हो ॥२॥
Connotation: - हे परमात्मन् ! आप सर्वत्र परिपूर्ण और विश्व के दृष्टा हो तथा पापकारी हिंसक राक्षसों के हन्ता हो, आप हमारे हृदय में आकर विराजमान हों ॥२॥
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ARYAMUNI

Word-Meaning: - हे परमात्मन् ! भवान् (रक्षोहा) रक्षसां हन्ता (विश्वचर्षणिः) समस्तस्य जगतो द्रष्टा (अभियोनिम्) सर्वस्योत्पत्तिस्थानम् (अयोऽहतम्) शस्त्रास्त्रैरच्छेद्यः (द्रुणा) गतिशीलः (सधस्थम्) मध्यस्थरूपेण सर्वत्र (आसदत्) स्थिरश्च अस्ति ॥२॥