यत्सोम॒ आ सु॒ते नर॑ इन्द्रा॒ग्नी अजो॑हवुः । सप्ती॑वन्ता सप॒र्यव॑: ॥
English Transliteration
yat soma ā sute nara indrāgnī ajohavuḥ | saptīvantā saparyavaḥ ||
Pad Path
यत् । सोमे॑ । आ । सु॒ते । नरः॑ । इ॒न्द्रा॒ग्नी इति॑ । अजो॑हवुः । सप्ति॑ऽवन्ता । स॒प॒र्यवः॑ ॥ ७.९४.१०
Rigveda » Mandal:7» Sukta:94» Mantra:10
| Ashtak:5» Adhyay:6» Varga:18» Mantra:4
| Mandal:7» Anuvak:6» Mantra:10
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ARYAMUNI
Word-Meaning: - हे (इन्द्राग्नी) कर्म्मयोगी तथा ज्ञानयोगी विद्वानों ! (नरः) यज्ञों के नेता ऋत्विगादि (यत्) जब (सोमे) सोम औषधि के (सुते) बनने के समय (सपर्यवः) आपके उपासक जब उक्त समय में (अजोहवुः) आपको बुलाएँ, तो आप वहाँ जाकर उनको सदुपदेश करें, (सप्तीवन्तः) आप ज्ञानसंपन्न हैं ॥१०॥
Connotation: - परमात्मा उपदेश करते हैं कि हे विद्वानों ! आप ऋत्विगादिक विद्वानों के यज्ञों में जाकर उनकी शोभा को अवश्यमेव बढ़ाएँ ॥१०॥
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ARYAMUNI
Word-Meaning: - (इन्द्राग्नी) हे कर्मज्ञानयोगिनौ ! (नरः) यज्ञस्य नेतारः ऋत्विगादयः (यत्) यदा (सोमे, सुते) सोमरसे सिद्धे (सपर्यवः) भवदुपासकाः (अजोहवुः) आह्वयेयुः (सप्तीवन्ताः) तदा सदुपदिश्य तान् सप्तविधैरनेकविधैर्धनैर्योजयताम् ॥१०॥