यो विश्वा॒भि वि॒पश्य॑ति॒ भुव॑ना॒ सं च॒ पश्य॑ति। स नः॑ पू॒षावि॒ता भु॑वत्॥
yo viśvābhi vipaśyati bhuvanā saṁ ca paśyati | sa naḥ pūṣāvitā bhuvat ||
यः। विश्वा॑। अ॒भि। वि॒ऽपश्य॑ति। भुव॑ना। सम्। च॒। पश्य॑ति। सः। नः॒। पू॒षा। अ॒वि॒ता। भु॒व॒त्॥
SWAMI DAYANAND SARSWATI
अब इस अगले मन्त्र में परमात्मा के विषय को कहते हैं।
SWAMI DAYANAND SARSWATI
अथ परमात्मविषयमाह।
हे मनुष्या यो जगदीश्वरो विश्वा भुवनानि विपश्यति सं पश्यति स नः पूषाऽविता भुवत्। येन च वयं सततं वर्धेमहि ॥९॥
MATA SAVITA JOSHI
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