Reads times
PANDIT KSHEMKARANDAS TRIVEDI
विद्वानों के व्यवहार का उपदेश।
Word-Meaning: - (देवः) विद्वान् (द्रविणोदाः) धन वा बल का दाता पुरुष (सुष्टुभः) बड़े स्तुतियोग्य, (स्वर्कात्) बड़े पूजनीय (पोत्रात्) पवित्र व्यवहार से (ऋतुना) ऋतु के अनुसार (सोमम्) उत्तम ओषधियों के रस को (पिबतु) पीवे ॥४॥
Connotation: - विद्वान् लोग सुपात्रों को योग्य दान देकर सुख को प्राप्त होवें ॥४॥
Footnote: ४−(देवः) विद्वान् (द्रविणोदाः) द्रविणशब्दस्य सकार उपजनः, ददातेरसुनि बाहुलकादाकारलोपः। द्रविणोदाः कस्माद्धनं द्रविणमुच्यते यदेनदभिद्रवन्ति बलं वा द्रविणं यदेनेनाभिद्रवन्ति तस्य दाता द्रविणोदाः-निरु० ८।१। धनस्य बलस्य वा दाता। अन्यत् पूर्ववत् ॥