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PANDIT KSHEMKARANDAS TRIVEDI
सब कामनाओं की सिद्धि का उपदेश।
Word-Meaning: - (देवताः) देवता [विद्वान् जन] (मह्यम्) मुझे (पुष्टये) पुष्टि [वृद्धि] के लिये (तम् इमम्) उस ही (मणिम्) मणि [प्रशंसनीय वैदिक नियम], (अभिभुम्) [शत्रुओं को] हरानेवाले, (क्षत्रवर्धनम्) राज्य बढ़ानेवाले, (सपत्नदम्भनम्) वैरियों के दबानेवाले (मणिम्) मणि [प्रशंसनीय वैदिक नियम] को (ददतु) दान करें ॥२९॥
Connotation: - मनुष्य विद्वानों के सत्सङ्ग से वैदिक मार्ग पर चल कर सब के पालन-पोषण के लिये राज्य आदि व्यवहार सिद्ध करें ॥२९॥
Footnote: २९−(देवताः) विद्वज्जनाः (ददतु) प्रयच्छन्तु (पुष्टये) पालनाय (अभिभुम्) शत्रूणामभिभवितारं पराजेतारम् (क्षत्रवर्धनम्) राज्यवर्धकम् (सपत्नदम्भनम्) शत्रुनाशकम्। अन्यत् पूर्ववत् ॥