Go To Mantra

अधि॑ नऽ इन्द्रैषां॒ विष्णो॑ सजा॒त्या᳖नाम्। इ॒ता मरु॑तो॒ऽ अश्वि॑ना। तं प्र॒त्नथा॑। अ॒यं वे॒नः। ये दे॒वासः॑। आ न॒ऽइडा॑भिः। विश्वे॑भिः सो॒म्यं मधु॑। ओमा॑सश्चर्षणीधृतः ॥४७ ॥

Mantra Audio
Pad Path

अधि। नः॒। इ॒न्द्र॒। ए॒षा॒म्। विष्णो॒ऽइति॒ विष्णो॑। स॒जा॒त्या᳖ना॒मिति॑ सऽजा॒त्या᳖नाम्। इ॒त। मरु॑तः। अश्वि॑ना ॥४७ ॥

Yajurveda » Adhyay:33» Mantra:47