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परि॒ वाजे॒ न वा॑ज॒युमव्यो॒ वारे॑षु सिञ्चत । इन्द्रा॑य॒ मधु॑मत्तमम् ॥

English Transliteration

pari vāje na vājayum avyo vāreṣu siñcata | indrāya madhumattamam ||

Pad Path

परि॑ । वाजे॑ । न । वा॒ज॒ऽयुम् । अव्यः॑ । वारे॑षु । सि॒ञ्च॒त॒ । इन्द्रा॑य । मधु॑मत्ऽतमम् ॥ ९.६३.१९

Rigveda » Mandal:9» Sukta:63» Mantra:19 | Ashtak:7» Adhyay:1» Varga:33» Mantra:4 | Mandal:9» Anuvak:3» Mantra:19


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ARYAMUNI

Word-Meaning: - हे परमात्मन् ! (इन्द्राय) कर्मयोगी के लिये (मधुमत्तमम्) सर्वोपरि माधुर्य को (परिषिञ्चत) सिञ्चन करें (अव्यः) सबको रक्षा करनेवाले आप (वारेषु) वरणीय पदार्थों में (वाजयुं न) वीरों के समान (वाजे) युद्ध में रक्षा करें ॥१९॥
Connotation: - परमात्मा उपदेश करते हैं कि जो लोग कर्मयोगी और उद्योगी बनकर अपने लक्ष्य की पूर्ति में कटिबद्ध रहते हैं, परमात्मा वीरों के समान उनकी रक्षा करता है ॥१९॥
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ARYAMUNI

Word-Meaning: - हे जगदीश्वर ! (इन्द्राय) कर्मयोगिने (मधुमत्तमम्) सर्वोत्कृष्टमाधुर्यं (परिषिञ्चत) सिञ्चय। (अव्यः) सर्वरक्षको भवान् (वारेषु) वरणीयपदार्थेषु (वाजयुं न) वीर इव (वाजे) सङ्ग्रामे रक्षां करोतु ॥१९॥