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यो विश्वा॒भि वि॒पश्य॑ति॒ भुव॑ना॒ सं च॒ पश्य॑ति । स न॑: पर्ष॒दति॒ द्विष॑: ॥

English Transliteration

yo viśvābhi vipaśyati bhuvanā saṁ ca paśyati | sa naḥ parṣad ati dviṣaḥ ||

Pad Path

यः । विश्वा॑ । अ॒भि । वि॒ऽपश्य॑ति । भुव॑ना । सम् । च॒ । पश्य॑ति । सः । नः॒ । प॒र्ष॒त् । अति॑ । द्विषः॑ ॥ १०.१८७.४

Rigveda » Mandal:10» Sukta:187» Mantra:4 | Ashtak:8» Adhyay:8» Varga:45» Mantra:4 | Mandal:10» Anuvak:12» Mantra:4


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BRAHMAMUNI

Word-Meaning: - (यः) जो परमेश्वर (विश्वा) सब (भुवना) लोकलोकान्तरों प्राणियों को (अभिविपश्यति) सम्मुख बाह्य देखता है जानता है (च) और (सं पश्यति) अन्दर स्वरूप को देखता है (स नः०) पूर्ववत् ॥४॥
Connotation: - परमेश्वर सब लोकलोकान्तरों प्राणियों को बाहिर भीतर से जानता है, दुष्टों को दूर करता है, स्तुति करने योग्य है ॥४॥
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BRAHMAMUNI

Word-Meaning: - (यः-विश्वा भुवना) यः परमेश्वरः सर्वाणि लोकलोकान्तराणि भूतानि च (अभिविपश्यति) सम्मुखं बाह्यं पश्यति-जानाति (च) तथा (सम्पश्यति) अन्तस्तः पश्यति जानाति (स नः०) पूर्ववत् ॥४॥