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अ॒हमे॒व वात॑ इव॒ प्र वा॑म्या॒रभ॑माणा॒ भुव॑नानि॒ विश्वा॑ । प॒रो दि॒वा प॒र ए॒ना पृ॑थि॒व्यैताव॑ती महि॒ना सं ब॑भूव ॥

English Transliteration

aham eva vāta iva pra vāmy ārabhamāṇā bhuvanāni viśvā | paro divā para enā pṛthivyaitāvatī mahinā sam babhūva ||

Pad Path

अ॒हम् । ए॒व । वातः॑ऽइव । प्र । वा॒मि॒ । आ॒ऽरभ॑माणा । भुव॑नानि । विश्वा॑ । प॒रः । दि॒वा । प॒रः । ए॒ना । पृ॒थि॒व्या । ए॒ताव॑ती । म॒हि॒ना । सम् । ब॒भू॒व॒ ॥ १०.१२५.८

Rigveda » Mandal:10» Sukta:125» Mantra:8 | Ashtak:8» Adhyay:7» Varga:12» Mantra:3 | Mandal:10» Anuvak:10» Mantra:8


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BRAHMAMUNI

Word-Meaning: - (अहम्) मैं (विश्वा भुवनानि) सब लोक-लोकान्तरों को (आरभमाणा) निर्माण करती हुई या निर्माण के हेतु (वातः-इव) वेगवाली वायु के समान (प्र वामि) प्रगति करती हूँ (दिवा परः) द्युलोक से परे (एना पृथिव्या परः) इस पृथ्वी से परे (महिना) अपने महत्त्व से (एतावती) इतने गुण सम्पन्नवाली (सं बभूव) आम्भृणी वाणी हूँ, सम्यक् सिद्ध हूँ ॥८॥
Connotation: - पारमेश्वरी ज्ञानशक्ति लोक-लोकान्तरों को उत्पन्न करने के हेतु वायुवेग के समान वेग से गति करती है, द्युलोक से परे और पृथिवीलोक से परे अपनी महिमा से विराजमान है ॥८॥
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BRAHMAMUNI

Word-Meaning: - (अहं विश्वा भुवनानि-आ रभमाणा) अहं सर्वाणि लोकलोकान्तराणि निर्माणं कुर्वाणा तद्धेतोः (वातः-इव प्र वामि) वेगवान् वायुरिव प्रगतिं करोमि (दिवा परः) द्युलोकात्परः (एना पृथिव्या परः) अस्याः पृथिव्याः परः (महिना-एतावती सं बभूव) स्वमहिम्ना खल्वेतावती स्वामिनी पारमेश्वरी-आम्भृणी वागस्मि ॥८॥