देवता : निविदः ऋषि : ब्रह्मा छन्द : द्विपदा प्राजापत्या बृहती स्वर : नवशाला सूक्त प्रैषा यज्ञे निविदः स्वाहा शिष्टाः पत्नीभिर्वहतेह युक्ताः ॥ Atharvaveda/5/26/4